हुई थी हत्या, अब मृतक युवती से सामूहिक दुष्कर्म की आशंका, होगी जांच
पटेलनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीते दिनों एक अनुसूचित जाति की युवती की हत्या के मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने सामूहिक दुष्कर्म की आशंका जताई है। आयोग की राष्ट्रीय सदस्य डॉ.स्वराज विद्वान ने कहा कि पूरे प्रकरण में पुलिस, प्रशासन और डाक्टरों की लापरवाही सामने आई है।
 

बीजापुर गेस्ट हाउस में मीडिया से वार्ता में उन्होंने कहा कि वह प्रकरण को लेकर मृतका के घर गई थीं। मामले में पुलिस और प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आ रही है। उन्होंने बताया कि चार जनवरी को युवती का शव मिला था। आठ जनवरी को इस मामले में एससी, एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ, लेकिन अब तक प्रशासन ने पीड़ित परिवार को कोई सहायता नहीं दी।

एससी, एसटी एक्ट में मामला दर्ज होते ही पीड़ित परिवार को तीन महीने का राशन दिया जाना था, इसके अलावा आठ लाख 25 हजार की आर्थिक सहायता दी जानी थी।


पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था, डीएम और एसएसपी से की बात



उन्होंने कहा कि युवती के शरीर में जिन स्थानों पर धब्बे और खून के निशान थे, उसे देखते हुए युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की आशंका है। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डाक्टरों ने इस कॉलम में कुछ नहीं लिखा। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में उनकी पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था, डीएम और एसएसपी से बात हुई है।

उन्होंने पुलिस से कहा कि मामले में दुष्कर्म की भी धाराएं लगाकर ठीक से जांच की जाए। डॉ.स्वराज ने इस दौरान मृतक की मां को प्रथम किस्त के रूप में चार लाख 12 हजार का चेक दिया। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने मृतका की मां को नौकरी, हर महीने पांच हजार रुपये पेंशन और घर बनाकर देने का भी आश्वासन दिया है।

मीडिया से वार्ता के दौरान अपर जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल, पार्षद बीना रतूड़ी, डॉ.ललिता प्रसाद, रीना गोयल, सोबन सिंह कोहली आदि मौजूद रहे।